A Review Of bhairav kavach
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पूर्वस्यामसितांगो मां दिशि रक्षतु सर्वदा
तन्मे वद दयाऽऽधार साधकाभीष्टसिद्धये ।
प्राणत्यागं करिष्यामि यदि नो कथयिष्यसि ।
ॐ ह्रीं बाहुयुग्मं सदा पातु भैरवो मम केवलम् ।
यत्र यत्र भयं प्राप्तः सर्वत्र प्रपठेन्नरः ॥ ५॥
प्रणवः कामदं विद्या लज्जाबीजं च सिद्धिदम् ।
इति ते कथितं देवि गोपनीयं स्वयोनिवत् ॥ ३२॥
click here ಭೀಷಣೋ ಭೈರವಃ ಪಾತೂತ್ತರಸ್ಯಾಂ ದಿಶಿ ಸರ್ವದಾ
आप नोकरी करते हो, व्यापार करते हो या किसी परीक्षा की तैयारी कर रहे हो, आईएस, आईपीएस, सिविल सर्विसेज आदि जैसी परीक्षा की तैयारी कर रहे हो, तो आपको अवश्य ही अपराजिता स्तोत्र और बटुक भैरव स्तोत्र का पाठ करके जाना चाहियें, इसके पाठ से समस्त भय दूर होता है, और आपको निश्चित ही पूर्ण सफलता मिलती है।